DGO full form। DGO क्या है, डीजीओ का फुल फॉर्म क्या है।

DGO full form- क्या आप जानते है, दुसरे देशो के मुकाबले भारत ही एक ऐसा देश है, जहा पर डॉक्टारो व स्वास्थ्य कर्मियों की कमी पायी है,

ऐसे में जॉब पाने के लिए इस फिल्ड में एक अच्छा मौका हो सकता है, यदि आप जॉब के के साथ नाम भी कमाना चाहते है, तो आपके लिए डी जी ओ (DGO) एक अच्छा विकप्ल्प हो सकता है।

यदि आप कुछ ऐसा करना चाहते है, जिसे करने से आपका भविष्य उज्जवल हो तो आप चिकित्सक बन सकते है,

लेकिन आपको एक बात का ध्यान रखना होगा की चिकित्सक में अपना कैरियर बनाने  से पहले आपको DGO full form के साथ- साथ dgo के बारे में सभी प्रकार की जानकारी का होना आवश्यक है।

DGO का मतलब स्त्री रोग से सम्बंधित है, आज के समय में खान-पान सही ना होने के करण स्त्रियों को अनेको बिमारी का सामना करना पड़ रहा है,

इसलिए DGO की मांड बढती जा रही है, अब आपको सही तरीके से समझ में आ गया होगा की DGO डी जी ओ क्या है? और इसका क्या कार्य है।

आईये अब DGO ka full form क्या है?, इसके बारे में जानते है, और इसी के साथ में हम अपने इस लेख की मदद से आप सभी डी जी ओ (DGO) से सम्बंधित सभी प्रकार की जानकारी देने वाले है।

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DGO full form। ड़ी जी यो का फुल फॉर्म क्या है।

जब भी हम किसी फुल फॉर्म के बारे में सुनते है, हमें उस फुल फॉर्म के बारे में नही पता होता है, लेकिन हम आज की इस पोस्ट में dgo full form के बारे में बताऊंगा, DGO का फुल फॉर्म- Diploma in Gynecology and obsetrics होता है।

इनके बारे में भी पढ़े- 

dgo full form in hindi – डी जी ओ का हिंदी में मतलब-

याद रखे की आपसे जब भी कोई dgo full form-  Diploma in Gynecology and obsetrics का हिंदी मतलब पूछे, तो उसको dgo का हिंदी मतलब स्त्री रोग प्रस्तुति में डिप्लोमा होता है,

आज के समय में किसी भी शब्द का पूरा अर्थ पता होना चाहिए, बहुत से अंग्रेजी शब्द है, जिसका हिंदी किसी को जल्दी नही पता है।

एक डी जी ओ क्या होता है

DGO एक पप्रकार का कोर्स है, इसे मिदिकल साइंस में पीजी डिप्लोमा कोर्स कहते है, इसका सीधा संबंध स्त्री रोग से सम्बंधित होता है,यदि सीधे शब्दों में कहा जाए तो एक स्त्री रोग विशेषज्ञ बनने के लिए dgo का कोर्स करना पड़ता है।

DGO का कोर्स करने के बाद मुख्य रूप से महिला प्रजनन अंगो सहित सभी प्रकार के रोगों का अध्ययन करना पड़ता है

अर्थात DGO का कोर्स करने से महिलाओं से सम्बंधित सभी प्रकार के रोगों का उपचार करने की विशेषता प्राप्त हो जाती है, dgo एक पराक्र का डिप्लोमा कोर्स होता है इसे करना इतना भी आसान नही होता है।

DGO Course कितने साल में होता है

स्त्री रोग और प्रसूति में डिप्लोमा-  एक विशेषज्ञता का डिप्लोमा कोर्स है,  जिसे स्त्री रोग में रुचि रखने वाले उम्मीदवार द्वारा पीछा किया जा सकता है. पाठ्यक्रम की अवधि 2 वर्ष है जिसमें अध्ययन के 4 सेमेस्टर शामिल हैं।

यह कोर्स मुख्य रूप से महिला प्रजनन अंगों के साथ काम करने वाली सर्जिकल विशेषताओं के अध्ययन पर केंद्रित है. एमबीबीएस या बीएएमएस में न्यूनतम 50% के साथ एक उम्मीदवार इस पाठ्यक्रम में प्रवेश पाने के लिए योग्य है.

छात्रों को श्रम, बांझपन और पुरुष नसबंदी में एक उन्नत अंतर्दृष्टि दी जाएगी जो क्रमशः सैद्धांतिक और व्यावहारिक सत्रों में विभाजित होगी।

DGO का कोर्स करने के लिए कौन सा विषय चुने-

स्त्री एवं प्रसूति रोग से संबंधित पाठ्यक्रमों में अंडरग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट दोनों तरह के कोर्स शामिल होते हैं।

अंडरग्रेजुएट कोर्स में प्रवेश पाने के लिए छात्र को 12वीं/इंटरमीडिएट की परीक्षा साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी) के साथ पास होना जरूरी  होता है।

इसके बाद मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है। यदि छात्र इस प्रवेश परीक्षा में सफल होते हैं, तो ये एमबीबीएस प्रोग्राम में दाखिल हो सकते है।

DGO का कोर्स करने के लिए फ़ीस-

भारत में पीजी चिकित्सा पाठ्यक्रम के लिए एक वार्षिक पाठ्यक्रम शुल्क पाठ्यक्रम की लोकप्रियता और पाठ्यक्रम की पेशकश करने वाले संस्थान पर निर्भर करेगा. स्त्री रोग और प्रसूति पाठ्यक्रम में डिप्लोमा anywhere 20,000 – ec 10,00,000 के बीच होता है।

कॉलेज के स्वामित्व के प्रकार के कारण निम्नतम और उच्चतम पाठ्यक्रम के बीच यह व्यापक अंतर शिष्टाचार है.

भारत में निजी मेडिकल कॉलेजों को भारत में अधिक महंगा माना जाता है, इस बीच, सरकारी कॉलेज तुलनात्मक रूप से सस्ते होते हैं।

स्त्री रोग और प्रसूति में डिप्लोमा (DGO) के लिए पात्रता-

नीचे सूचीबद्ध न्यूनतम मानदंड हैं, जो पाठ्यक्रम का पीछा करने के लिए पात्र होने के लिए पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने के इच्छुक उम्मीदवारों को पूरा करने के लिए आवश्यक हैं.

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया या किसी भी स्टेट मेडिकल काउंसिल द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की सफल योग्यता. MBBS के स्तर पर 45% (SC / ST / OBC उम्मीदवारों के लिए 40%) का न्यूनतम मार्क्स होना अनिवार्य है।

एक साधारण DGO कर्मचारी की वेतन-

एक गायनेकोलोजिस्ट सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों, क्लीनिक, आदि में काम कर सकता हैं। इसके अलावा मेडिकल स्कूल या संस्थान में बतौर गायनेकोलोजी लेक्चरर के रूप में काम कर सकता हैं तथा खुद का क्लीनिक भी खोल सकता हैं।

स्त्री रोग विशेषज्ञ का वेतन शैक्षिक डिग्री, एक्सपीरियंस, रोजगार के स्थान पर भी निर्भर करता है। एक फ्रेशर का वेतन 15000 से 30000 रूपए प्रतिमाह तक हो सकता है।

वहीं चार−पांच वर्षों के अनुभव के बाद सैलरी 40000 से 80000 रूपए प्रतिमाह हो जाती है। सीनियर लेवल पर यह सैलरी 100000 से 200000 प्रतिमाह हो जाती है।

और पढ़े- 

full form of DGO?

  1. DGO full form क्या होता है?

    Ans- DGO का फुल फॉर्म- Diploma in Gynecology and obsetrics होता है।

  2. DGO को हिंदी में क्या कहते है?

    Ans- डी जी ओ को हिंदी में स्त्री रोग प्रस्तुति में डिप्लोमा कहते है।

  3. DGO का कोर्स कितने साल का होता है?

    Ans- DGO का कोर्स 2 वर्ष का होता है, और इसमें चार सेमेस्टर होते है।

  4. DGO का कोर्स किससे सम्बंधित होता है?

    Ans- DGO का कोर्स एक डिप्लोमा कोर्स होता है, जिसे करने के बाद चिकित्सक बना जा सकता है।

आखिरी शब्द-

एक तो भारत में चिकित्सक की कमी है, और दुसरे सही जानकारी ना होने के कारण लोग चिकित्सक बन भी नही पाते है,

इसलिए आज की पोस्ट में हम DGO full form | DGO क्या है, ड़ीजियो का फुल फॉर्म क्या है| DGO कैसे बने? इन सभी के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी है।

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