पेट्रोल को हिंदी में क्या कहते है। यहाँ पढ़े पूरी जानकारी।

भारत ही नही बल्कि पूरी दुनिया में आज के समय में पेट्रोल का काफी महत्व है, लेकिन क्या कोई Petrol Ko Hindi Mein Kya Kahate Hain जानता है।

यदि नही तो बने रहिये हमारे इस लेख के अंत तक, क्योकि यहा पर हम पेट्रोल को हिंदी में क्या कहते है, और पेट्रोल से सम्बंधित बहुत सी जानकारीयाँ आप लोगो के साथ शेयर करेंगे।

भारत के साथ आज पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक कार का महत्व धीरे-धीरे बढ़ने लगा है, लेकिन यह इतना आसान नही है, कि लोग पेट्रोल गाड़ी को छोड़कर इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल करना शुरू कर दे, इसके लिए थोडा समय तो लग सकता है।

आईये अब बिना समय को गंवाए पेट्रोल को हिंदी में क्या कहते है, इसके बारे में जानते है, और पेट्रोल कैसे बनता है, तथा पेट्रोल की हिंदी क्या होती है, इन सभी सवालो के बारे में विस्तार से जानते है।

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Petrol ko hindi mein kya kahate hain। पेट्रोल को हिंदी में क्या कहते है।

पेट्रोल को हिंदी में ‘शिलातैल’ या ‘ध्रुव स्वर्ण’ के नाम से जाना जाता है, गैसोलीन या पेट्रोल एक पेट्रोलियम से प्राप्त व्युत्पन्न तरल-मिश्रण है।

इसे गाडियों के इंजन में ईंधन के तौर पर प्रयोग किया जाता है। इसे एसीटोन की तरह एक शक्तिशाली घुलनशील द्रव्य की तरह भी प्रयोग किया जाता है।

इसमें कई एलिफैटिक हाइड्रोकार्बन होते हैं, जिसके संग आइसो-आक्टेन या एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन जैसे टॉलुईन और बेन्ज़ीन भी मिलाये जाते हैं, जिससे इसकी ऑक्टेन क्षमता (ऊर्जा) बढ़ जाये।

इसका वाष्पदहन तापमान शून्य से 62 डिग्री (सेल्सियस) कम होता है, यानि सामान्य तापमान पर इसका वाष्प दहनशील होता है। इसी वजह से इसे अत्यंत दहनशील पदार्थों की श्रेणी में रखा जाता है।

ऐतिहासिक रूप से सीसा का उपयोग गैसोलीन में किया जाता था, लेकिन वर्ष 2000 में इसे हटा दिया गया था।

भारत में इसपर डीज़ल के मुकाबले अधिक टैक्स लगाया जाता है जिससे यह थोड़ा महंगा होता है। कई ठंडे देशों में इसको प्राथमिकता से प्रयोग में लाया जाता है क्योंकि बहुत कम तापमान में इसकी ज्वलनशीलता बाक़ी ईंधनों के मुकाबले अधिक होती है।

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पेट्रोल कैसे बनता है। Petrol kaise banta hai।

पेट्रोलियम उत्पाद, तेल रिफाइनरियों में संसाधित कच्चे तेल (पेट्रोलियम) से प्राप्त होने वाली उपयोगी सामग्रियों को कहते हैं, तेल उत्पादों का सबसे अधिक मात्रा में उर्जा वाहकों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

जैसे कि इंधन तेल तथा गैसोलीन (पेट्रोल) के विभिन्न प्रकार. इन उर्जा-वाहक ईंधनों में गैसोलीन (पेट्रोल), जेट ईंधन, डीजल ईंधन, गरमाने वाला तेल, तथा भारी ईंधन तेल शामिल होते हैं या मिश्रित करके इन्हें बनाया जा सकता है।

भारी (कम अस्थिर) अंशों का इस्तेमाल एस्फाल्ट, डामर, पैराफिन मोम, चिकनाई पैदा करने वाले तथा अन्य भारी तेलों के उत्पादन के लिए भी किया जा सकता है।

रिफाइनरियां अन्य रसायनों का उत्पादन भी करती हैं जिनमें से कुछ का प्रयोग रासायनिक प्रक्रियाओं में प्लास्टिक तथा अन्य उपयोगी सामग्रियों के उत्पादन के लिए किया जाता है।

चूँकि पेट्रोलियम में अक्सर सल्फर भी थोड़ी मात्रा (लगभग दो प्रतिशत) में शामिल होता है, सल्फर को भी अक्सर एक पेट्रोलियम उत्पाद के रूप में उत्पादित किया जाता है।

पेट्रोलियम कोक के रूप में हाइड्रोजन और कार्बन को भी पेट्रोलियम उत्पादों के रूप में उत्पादित किया जा सकता है।

उत्पादित हाइड्रोजन का प्रयोग अक्सर हाइड्रोजन केटालिक्टिक क्रेकिंग (हाइड्रोक्रेकिंग) तथा हाइड्रोडीसल्फराईजेशन जैसी अन्य तेल रिफाइनरी प्रक्रियाओं के लिए एक मध्यवर्ती उत्पाद के रूप में भी किया जाता है।

पेट्रोल से सम्बंधित कुछ आवश्यक जानकारी-

  • भारत में डीजल के मुकाबले पट्रोल पर अधिक टेक्स लगाया जाता है।
  • ट्रोलियम कोक के रूप में हाइड्रोजन और कार्बन को भी पेट्रोलियम उत्पादों के रूप में उत्पादित किया जाता है।
  • पेट्रोल डीजल के मुकाबले अधिक ज्वलनशील होता है।
  • पेट्रोल डीजल के मुकाबले महंगा होता है।
  • पेट्रोल सबसे अधिक मात्रा में सऊदी अरब और कुवैत देश में रिफाइन होता है।
  • पेट्रोल को हिंदी मेंशिलातैल’ या ‘ध्रुव स्वर्ण कहते है।
  • भारत में पेट्रोल के मुकाबले डीजल गाडियाँ अधिक है।
  • भारत में सऊदी और कुवैत देशो से पेट्रोल मंगाया जाता है।

आखिरी शब्द आज हमने क्या सिखा-

आज के इस लेख में हमने आप सभी को petrol ko hindi mein kya kahate hain तथा पेट्रोल की हिंदी क्या होती है, इसके बारे में जानकारी दी है।

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